👉 प्रधान प्रतिनिधि का घायलवस्था मे बिना जिला अस्पताल आमद कराये इलाज को वाराणसी जाना, पुलिस महकमे मे बन गया हैं सवाल
👉 असलहा कैसा? किसका, वह बैध हैं या फिर अबैध, कहा से किसके पास था पंहुचा यह असलहा, जाँच मे जुटा महकमा
मऊ। थाना रानीपुर के बमहौर मे प्रधान प्रतिनिधि को गोली से घायल होने की घटना की पुलिस अपने लेवल से खंगालने मे जुटी हैं, गोली क्यों कैसे कब चली अथवा चलाई गईं? अभी तक पुलिस के लिए पहेली बना हुआ हैं। पीड़ित और उसके तिमारदारों का मौन पुलिस के लिए फिलहाल चुनौती बना हुआ हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार ग्राम पंचायत वरवा की प्रधान मोटी सिंह के प्रतिनिधि के रूप मे प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ़ रिंकू, घटना से पूर्व द्वारिकापुर पदारी चट्टी पर मौजूद थे। इसी बीच रिंकू को उनके घर से इस बात की सुचना आई कि गांव नरेन्द्र पट्टी के कुछ लडके उनके घर पर चढ़ कर अभद्र ब्यवहार कर रहे हैं। सुचना पाते ही रिंकू अपने घर की ओर बढ़ गए, वे जैसे ही होने घर बमहौर पहुचे, अचानक उनको घायल होने की बात सार्वजनिक हो गईं.. इस घटना के बाद घायल रिंकू को लेकर उनके परिजनों किसो सरकारी हॉस्पिटल न जाकर पहले मऊ के एक नामचीन हॉस्पिटल मे इलाज कराना चाहा लेकिन स्थिति ठीक नहीं होने के कारण, वे बिना जिला अस्पताल गए सीधे बनारस के लिए रवाना हो गए।
घटना की सुचना जैसे ही जिला मुख्यालय के अफसरों तक पहुंची वे लोग भी जिला अस्पताल की ओर भागे, लेकिन ज़ब तक अफसरो को घायल रिंकू के भर्ती होने की सुचना मिलती, रिंकू, इलाज के लिए जिले की सीमा छोड़ चुके थे। बिना पुलिस और सरकारी अस्पताल पर अपनी आमद दर्ज कराये रिंकू का जिले की सीमा से इलाज के लिए बाहर जाना पुलिस के लिए चुनौती बन गया हैं।
पुलिस अब घायल रिंकू और उनके साथ मौजूद सनोज , संतोष और मानस को बीच मे रखकर, रिंकू के घर पर चढ़े नरेंद्र पट्टी के युवकों की हालचाल लेने के काम मे जुटी हैं. रिंकू को गोली किसने मारी? गोली चली तों कैसे, किसका था असलहा, असलहा वैध था या fir था अबैध आदि सवालो का पुलिस जबाब खोजने मे जुटी हैं।