👉शिकायतकर्ता और जाँच अधिकारियो के बींच मे जाँच दौरान होता रहा, तकरार, सड़क खुदाई के खिलाफ थे तकनीकी अधिकारी
👉जाँच के दो तीन रोज पहले मरम्मत हुए विकास कार्यों और उसके क्षेत्रफल के अनुसार खर्च कों लेकर आने वाली रिपोर्ट पर है इलाकाई लोगो की नजर
👉अमृत सरोवर के सुन्दरीकरण के नाम सरकारी खाते से उतरा लाखो, काम हुआ 10 मीटर लम्बी सीढ़ी का , पर रिपोर्ट क्या देंगे जाँच अधिकारी, सुन्दरीकरण दौरान लगे मजदूरों की जिओ टैजिंग पर क्या होगी रिपोर्ट? पर है संसय
मऊ (एफआई नेटवर्क)। विकास खंड रतनपुरा के अइलख ग्राम पंचायत मे ग्राम प्रधान और सचिव द्वारा गांव के अमृत सरोवर आदि का बिना सुन्दरीकरण कराये लाखो रूपये आहरित करने का आरोप उठने लगा है। कई विकास कार्य सवालों के घेरे मे है, क्योंकि जाँच के दो तीन दिन पहले ग्राम सचिव और प्रधान द्वारा कराये गए विकास कार्यों कों जीर्ण- शीर्ण होने के बाद दुबारा मरम्मत कराने का आरोप सार्वजनिक है।
एफ आई नेटवर्क से बातचीत मे शिकायतकर्ता तेज प्रताप सिंह ने बताया कि ग्राम प्रधान जिस अमृत सरोवर के सुन्दरीकरण मे साढ़े 10 लाख रूपये के सरकारी रकम कों खर्च किया है, उसके सुन्दरीकारण मे लगे मजदूरों के खाते मे मजदूरी कि रकम को भेजनें से पूर्व तकनीकी सहायक आदि द्वारा की गईं जिओ टैगिंग की जाँच न्याय और समाज हित मे जरुरी है।
ग्राम प्रधान ने अमृत सरोवर के सुन्दरीकरण दौरान जिन मनरेगा मजदूरों को काम पर दिखाया है उनमे से अधिकांश ने सुदारीकरण मे योगदान नहीं दिया है। यही नहीं डीएम द्वारा जाँच के लिए टीम गठित करने के बाद ग्राम प्रधान और सचिव ने जीर्णोद्धार शीर्ण हो चुके कई विकास कार्यों की तीन दिन पहले मरम्मत कराई है। कई इंटर लकिंग के कार्यों मे नियम कानून का उल्लंघन किया गया है।
हालांकि कई और सड़को के जाँच अधिकारियो ने जानबूझकर नहीं खोदी नहीं तों इंटर लकिंग के और कार्यों मे मानक का खुला उलंघन मिलने से नहीं रोका जा सकता था। मौके की नजाकत मे जाँच अधिकारियो कों शिकायत कर्ता से बीच बीच मे हुआ तकरार, इस बात की ओर संकेत कर रहा है जाँच अधिकारी अपने सचिव कों बचाने के लिए पदीय अधिकारों का कही न कही दुरूपयोग करने की मंशा से जाँच का कोरम पूरा करने आये है। बहरहाल जाँच रिपोर्ट पर पूरे इलाके की नजर है।
1 Comment
मऊ मे अइलख की जाँच रिपोर्ट मे देरी और लिफाफे की चर्चा - firstinformations.com
September 19, 2025[…] […]